दिसंबर 2018 से नवंबर 2019 के बीच योजना के तहत नौ करोड़ से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया है. इसमें से 7.62 करोड़ या 84 प्रतिशत को योजना की पहली किस्त मिली है. जबकि करीब 6.5 करोड़ किसानों को दूसरी किस्त जारी की गयी है. वहीं तीसरी किस्त का लाभ मात्र 3.85 करोड़ किसानों को ही मिला है. मंत्रालय ने किसानों के पंजीकरण की अवधि का भी जिक्र किया है. इसके अनुसार दिसंबर 2018 से मार्च 2019 के बीच योजना के तहत कुल 4.74 करोड़ किसानों ने पंजीकरण कराया. इसमें 4.02 करोड़ किसानों को पहली किस्त, 4.02 करोड़ को दूसरी किस्त और 3.85 करोड़ किसानों को तीसरी किस्त का लाभ मिला है. हालांकि आरटीआई के जवाब में यह नहीं बताया गया है कि शुरुआत में पंजीकृत करीब 50 लाख किसानों को पहली किस्त का, 70 लाख किसानों को दूसरी किस्त का और 90 लाख किसानों को तीसरी किस्त का लाभ क्यों नहीं मिला है.